मीरगंज और सिरौली क्षेत्र को जोड़ने वाला संपर्क मार्ग कटने से आवागमन हुआ अवरुद्ध किसानों की अरमानो पर फिरा पानी
मीरगंज और सिरौली क्षेत्र को जोड़ने वाला संपर्क मार्ग कटने से आवागमन हुआ अवरुद्ध किसानों की अरमानों पर फिरा पानी
बरेली। (उपभोक्ता खबर) मीरगंज क्षेत्र में बह रही रामगंगा, बहगुल और किच्छा एवं पीलाखार नदियां उफना गई हैं और बाढ़ का पानी कई गांवों में घुसने के साथ ही फसलों को जलमग्न करने के अलावा सम्पर्क मार्गों के ऊपर होकर गुरजने लगा है जिससे तमाम गांवों का संपर्क मार्ग अवरूद्ध हो गया है।
उफनाई रामगंगा नदी का पानी गांव गोरा लोकनाथपुर के खादर इलाके की उड़द मूंग गन्ना आदि फसलों में भरने के बाद गांव किनारे मजार तक पहुंचकर तेजी से बह रहा है जिससे गोरा लोकनाथपुर के समीप रामगंगा नदी पर बने पुल की एप्रोच रोड के कटने का खतरा मडरा रहा है। वहीं कपूरपुर से विलायत गंज जाने वाले मार्ग के उपर से और बिलायत गंज से कैलाश गिरी बाबा मढ़ी तक पुल से हाकर जाने वाले मार्ग पर भी जल ऊपर से गुजर रहा है जिससे आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है। इसके अलावा क्षेत्र के गांव बसाबन पुर, थानपुर समेत दर्जन भर गांवों में पानी धस गया है। और शीशगढ़ क्षेत्र के गांव पदमी को जाने वाले मार्ग किच्छा नदी पर बने पुल की एप्रोच रोड बाढ़ के पानी से कटने से दर्जनों गांवों का सम्पर्क मार्ग टूट गया। गांव करनपुर में रामगंगा नदी ने गांव की ओर भूमि का कटान शुरू कर दिया है जिससे गांव के कई घरों के चपेट में आने की संभावना बनी हुई है। इसी तरह शाही मिर्जापुर मार्ग और दुनका विहारी पुर मार्ग पर भी जल भराव होने से सम्पर्क टूट गया है। बता दें कि विगत दिनों गोला बैराज से 75000 क्यूसेक पानी और कोशी नदी से 50000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। जिसके कारण नदियों ने विकराल रूप लेना शुरू कर दिया है। बाढ़ के प्रकोप से खादर इलाके में बोई गई दलहनी उड़द, मूंग, आदि की फसलें तबाह हो जायेंगीं। मीरगंज तहसीलदार विशाल कुमार शर्मा का कहना है कि अब धीरे धीरे नदियों का जल स्तर घटने लगेगा और स्थिति सामान्य हो जायेगी। सभी जगहों पर बाढ़ चौकियां स्थापित हैं और सभी पूरा ध्यान रखे हुए हैं।
कैलाश गिरी बाबा मढ़ी रामगंगा घाट पर बने पुल की एप्रोच रोड बाढ़ में कटी, आबागमन हुआ ठप्प
रामगंगा में आई बाढ़ के कारण पानी के तेज बहाव के चलते कैलाश गिरी बाबा मढ़ी के समीप रामगंगा घाट पर मीरगंज और सिरौली क्षेत्र को जोड़ने हेतु बनाये गये पुल की एप्रोच रोड गांव बिलायत गंज के समीप काफी दूरी तक पूरी तरह से कटकर बह गयी जिससे अब दोनों क्षेत्रों का आबागम पूरी तरह से ठप्प हो गया है। जिससे अब राहगीरों को काफी दूरी तय करके आंवला और सिरौली के लिए पहुंचना होगा। बता दें कि अभी कुछ महीनों पहले ही तैयार हुए पुल और एप्रोच रोड पर वाहन तेजी से दौडने लगे थे और मीरगंज व आंवला के मध्य आवागमन सुगम हो गया था। खास बात तो यह है कि इसका अभी उदघाटन तक नहीं हुआ और उदघाटन से पहले ही बालू के ढेर पर बनाई गयी एप्रोच रोड कटकर पानी के तेज बहाव में समा गयी।