बांग्लादेश में हिंदू अत्याचारों पर आरएसएस और भाजपा की खामोशी सोच का विषय : सरस्वती
रिपोर्टर -ललिता कौर
काशीपुर।(उपभोक्ता खबर) -वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव जितेंद्र सरस्वती ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर अत्याचार बंद होने चाहिए। बांग्लादेश में एक सुनियोजित साजिश के तहत अल्पसंख्यक हिंदुओं के मंदिरों और उनके प्रतिष्ठानों को क्षति पहुंचाई जा रही है, जो की निंदा का विषय है। कांग्रेसी नेता सरस्वती ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार एक और तो हिंदुत्व का नारा लगती है, दूसरी ओर पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में हो रहे हिंदू अल्पसंख्यकों के ऊपर अत्याचार पर खामोश बैठी है। यह मोदी सरकार की हिंदुत्व के नाम पर दोहरी मानसिकता को दर्शाता है। तत्कालीन प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी ने 1971 के भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान को हरा कर अलग बांग्लादेश की नींव रखी थी, वही पूरे विश्व में डंका बजाने की बात कहने वाली भाजपा सरकार बांग्लादेश के हिन्दुओं की रक्षा के लिए कुछ भी नहीं कर पा रही है। पीसीसी सचिव सरस्वती ने कहा हिंदुओं की पेरोकर बनने वाली आरएसएस और उसके अनुषांगिक संगठन तक केंद्र की मोदी सरकार पर दबाव नहीं बन पा रहे हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि केंद्र की मोदी सरकार की विदेश नीति इस मामले में पूरी तरह से फेल साबित हो गई है। हिंदू अल्पसंख्यकों पर अत्याचार और नरसंहार को देखकर केंद्र की सरकार को बांग्लादेश से सभी राजनीतिक और सामाजिक संबंध तोड़ लेना चाहिए। कांग्रेसी नेता सरस्वती ने चेतावनी पूर्ण शब्दों में कहा कि बांग्लादेश जैसा राष्ट्र जिसका जन्म भारत के रहमों_ करम पर हुआ हो, आज वह भारत को आंखें दिखा रहा है,पूरे विश्व में अपना डंका बजवाने का नाटक करने वाली मोदी सरकार को समझ जाना चाहिए कि झूठ का प्रोपेगेंडा बहुत दिनों तक नहीं चलने वाला। केंद्र की मोदी सरकार की विदेश नीति इस मामले में पूरी तरह फैलियर साबित हुई है। कांग्रेस मोदी सरकार की कमजोर विदेश नीति का विरोध करती है।