वाहरे, मीरगंज कोतवाली पुलिस, नावालिग बालक और बालिका को बना दिया अपराधी, अब दोनों को करानी होगी जमानत, क्षेत्राधिकारी से शिकायत
वाहरे, मीरगंज कोतवाली पुलिस, नावालिग बालक और बालिका को बना दिया अपराधी, अब दोनों को करानी होगी जमानत, क्षेत्राधिकारी से शिकायत
बरेली। (उपभोक्ता खबर )मीरगंज पुरानी कहावत है कि पुलिस रस्सी को सांप बनाने में माहिर होती है। मीरगंज पुलिस ने कुछ ऐसा ही कर दिया। बगैर उम्र तस्दीक चरित्र सत्यापन किए ही माध्यमिक वर्ग में पढ़ने वाले नावालिग बालक और बालिका को शांति भंग की आशंका के आरोप में निरूद्ध कर दिया। जब पुलिस का एक सिपाही उनके घर नोटिस तामील कराने पहुंचा तो बच्चों के यह सुन होश उड़ गये। और रो रोकर बुरा हाल है। इस मामले में बालकों के पिता की ओर से क्षेत्राधिकारी (पुलिस) से शिकायत करते हुए उनकी उम्र के दस्ताबेज भी सौंपे हैं। सीओ ने मामले की जांच उपरांत आवश्यक कार्यवाही का भरोसा दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार मामला मीरगंज क्षेत्र के गांव दियोरिया अब्दुल्लागंज से जुड़ा है। गांव दियोरिया अब्दुल्लागंज निवासी सुनील कुमार ने पिता की ओर से सीओ से की गई शिकायत में कहा है कि उसके नाबालिग भाई शिवम उम्र 14 वर्ष और बहन अंजू उम्र 16 वर्ष को मीरगंज कोतवाली पुलिस ने शांति भंग करने के अंदेशा की धारा में निरूद्ध कर दिया। यह बात तब पता चली कि जब कोतवाली से एक सिपाही सम्मन लेकर उसके घर पर पहुंचा और उन्होंने जानकारी दी कि उसके भाई बहन को तहसील से मुचलका पाबंद कराकर जमानत करानी पड़ेगी। यह सुनकर उसके माध्यमिक कक्षाओं में शिक्षा ग्रहण कर रहे भाई बहनों के होश उड़ गये। और उनका रो रोकर बुरा हाल बना हुआ है यहां तक कि वह जमानत की बात सुनकर खाना भी पेट भरकर नहीं खा पा रहे हैं। सुनील कुमार का कहना है कि जो नावालिग बच्चे अपनी पढ़ाई में लिप्त रहते हैं उसका आरोप है कि बच्चों की उम्र व जानकारी बगैर तस्दीक किये ही पुलिस ने किसी के कहने पर उन्हें में निरूद्ध कर दिया। उन्होंने जांच कर उचित कार्यवाही हेतु गुहार लगाई है। सीओ ने मामले की जांच उपरांत कार्यवाही करने का भरोसा दिया है।